natkhat-sa-shyam reblogged
उसे तोहफ़े में क़िताब, झुमके और
मेरा साथ चाहिए था
अब तुम्ही बताओ
में ऐसी सादगी पर कैसे नहीं मरता
उसे तोहफ़े में क़िताब, झुमके और
मेरा साथ चाहिए था
अब तुम्ही बताओ
में ऐसी सादगी पर कैसे नहीं मरता
उसे तोहफ़े में क़िताब, झुमके और
मेरा साथ चाहिए था
अब तुम्ही बताओ
में ऐसी सादगी पर कैसे नहीं मरता